आसमान में अद्भुत नजारा, 150 साल बाद आया है ऐसा चंद्र ग्रहण
Dhruv News भारत समेत कई देशों में बुधवार शाम 5:18 से लेकर रात 08:41 बजे तक पूर्ण चंद्रग्रहण देखा गया। वाराणसी, कानपुर, औरया, लखनऊ, जमशेदपुर, रांची, देवघर, जयपुर, चेन्नई सहित कई शहरों में लोगों ने चंद्रग्रहण देखा, वहीं बिहार के पटना और उत्तराखंड के देहरादून में बादल होने के कारण चंद्रग्रहण नहीं दिखाई दिया। ऐसा पहली बार 35 सालों में हो रहा है जब चांद तीन रंगों में दिखाई दे रहा है, भारत में यह रात 8:41 मिनट तक रहेगा।
चंद्रग्रहण के समय माना जाता है कि किसी भी शुभ चीजों को नहीं छूना चाहिए। इसके अलावा भगवान की मूर्ति को भी नहीं छूना चाहिए। वहीं, चंद्र्ग्रहण के समय प्रेग्नेंट महिलाओं को अपने घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए। चंद्रग्रहण भारत में कुछ जगह सबसे पहले दिखेगा।
गायत्री मंत्र का करेँ जाप
शास्त्रों के अनुसार, चंद्रग्रहण में किया जाने वाला जप, तप, पूजा आदि करने से पुण्य तो मिलता ही है। जातक के सभी पाप भी नष्ट हो जाते हैं। ग्रहण लगने पर किया जाने वाला दान सर्वोच्च माना जाता है। इससे कुंडली के कई दोष भी कटते हैं। वैसे तो चंद्रग्रहण राशियों के हिसाब से अलग-अलग प्रभाव डालेगा लेकिन इस दौरान गायत्री मंत्र जाप करते रहने से प्रत्येक राशि के सभी दोषों का निवारण हो जाएगा। इसके अलावा हनुमान चालीसा और हनुमान जी के मंत्रोच्चारण का भी विशेष महत्व है।
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