अमरनाथ यात्रियों को RFID कार्ड और 5 लाख रुपए के बीमा की घोषणा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा बलों को जम्मू-कश्मीर में समन्वित आतंकवाद विरोधी अभियान सक्रिय रूप से चलाने का मंगलवार को निर्देश दिया | उन्होंने जम्मू-कश्मीर में मौजूदा स्थिति का आकलन करने के लिए सुरक्षा प्रतिष्ठान के शीर्ष अधिकारियों के साथ लगातार तीन बैठकें कीं | अधिकारियों ने बताया कि हाल में नागरिकों की हत्या की घटनाओं और आगामी अमरनाथ यात्रा को लेकर इन बैठकों में चर्चा की गई | उन्होंने बताया कि अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन अब प्रत्येक तीर्थयात्री को ‘रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन कार्ड’ (आरएफआईडी) प्रदान करेगा. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारियों ने भी तीनों बैठकों में शिरकत की. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह तीर्थयात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा करने के लिए इन बैठकों में शामिल हुए |
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने बाद में जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव के हवाले से बताया कि प्रत्येक तीर्थयात्री को आरएफआईडी प्रदान किया जाएगा और पांच लाख रुपये का बीमा किया जाएगा | एक आधिकारिक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि शाह ने सुरक्षा बलों और पुलिस को आतंकवाद रोधी समन्वित अभियान को सक्रिय रूप से चलाने का निर्देश दिया | शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समृद्ध और शांतिपूर्ण जम्मू-कश्मीर के सपने को पूरा करने और आतंकवाद का सफाया करने के लिए सुरक्षा बलों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सीमा पार से घुसपैठ की एक भी घटना नहीं हो. उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों के लिए बिना किसी परेशानी के यात्रा संपन्न कराना केंद्र सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने निर्देश दिया कि अतिरिक्त बिजली, पानी और दूरसंचार सुविधाओं सहित सभी व्यवस्था की जाए.
गृह मंत्री ने यात्रा मार्ग पर मोबाइल ‘कनेक्टिविटी’ बढ़ाने पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद यह पहली यात्रा है और ऊंचाई अधिक होने के कारण जिन यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या है, उनके लिए पर्याप्त व्यवस्था करनी होगी. शाह ने पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन सिलेंडर, 6,000 फुट से अधिक की ऊंचाई पर चिकित्सा बिस्तरों और किसी भी आपातकालीन चिकित्सा स्थिति से निपटने के लिए एम्बुलेंस और हेलीकॉप्टर की तैनाती करने को कहा. उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए अमरनाथ यात्रा के दौरान सभी श्रेणियों की परिवहन सेवाओं को बढ़ाया जाए. बैठक के दौरान, दक्षिण कश्मीर में पहलगाम से यात्रा मार्ग के 39 किलोमीटर के दौरान ‘कनेक्टिविटी’ सुनिश्चित करने के लिए ‘वाईफाई हॉटस्पॉट’ बनाने का भी निर्णय लिया गया |