दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर केजरीवाल बिलकुल भी गंभीर नहीं हैं – विजय गोयल


दिल्ली भाजपा कार्यालय में पत्रकार सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल प्रदूषण को लेकर बिलकुल भी गंभीर नहीं हैं। यदि दिल्ली सरकार प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 57 महीनों में कोई काम किया होता तो दिल्ली के सामने प्रदूषण के इतने गंभीर हालत नहीं होते और लोगों को मास्क के सहारे नहीं रहना पड़ता।
विजय गोयल ने कहा कि केजरीवाल कितने गंभीर हैं इसका पता इस बात से चलता है कि वह उपराज्यपाल के सोफे पर बैठकर धरना देते हैं, गणतंत्र दिवस परेड रोकने के लिए रेल भवन के सामने लेट जाते हैं, प्रदूषण कम करने के लिए करोड़ों रूपये के विज्ञापन देकर अपना चेहरा चमकाते हैं, नेताओं के ऊपर अभद्र टिप्पणी करके माफी मांगने का ड्रामा करते हैं और मुख्यमंत्री बनने पर सुरक्षा, गाड़ी और बंगला न लेने के लिए अपने बच्चों की झूठी कसम खाते हैं। इन बातों से पता चलता है कि केजरीवाल कितने गंभीर और कितने झूठे व्यक्ति हैं।
गोयल ने कहा कि जिन बच्चों को हथियार बनाकर केजरीवाल प्रदूषण के मामले में अपनी नाकामियों को छुपा रहे हैं, वही दिल्ली के बच्च अपने मुख्यमंत्री से कह रहे हैं कि केजरीवाल अंकल दिल्ली में साफ हवा तो दे दो। सेन्टर फार साइंस एंड इन्वायरमेन्ट की रिपोर्ट में कहा गया है कि पराली जलाने से मात्र 4 से 10 प्रतिशत दिल्ली में प्रदूषण होता है, लेकिन 90 प्रतिशत प्रदूषण खुद दिल्ली में विभिन्न श्रोतों से होता है। जिसे कम करने के लिए केजरीवाल सरकार ने अभी तक क्या काम किये, यह दिल्ली की जनता जानना चाहती है। उन्होंने कहा कि पराली जलाने के संदर्भ में पंजाब एवं हरियाण के मुख्यमंत्रियों एवं दिल्ली के सांसदों के साथ कोई बैठक क्यों नहीं की है। दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए विशेषज्ञयों के साथ कोई बैठक क्यों नहीं की गई।
गोयल ने कहा कि एक तरफ केजरीवाल दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का प्रमुख कारण पराली जलाना बताते हैं, दूसरी तरफ ओड -इवन लगाकर प्रदूषण कम करने की बात करते हैं। केजरीवाल ओड -इवन लगाकर लोगों को सिर्फ परेशान करना चाहते हैं और दिल्ली के करदाताओं का पैसा अपनी राजनीति चमकाने के लिए खर्च कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर आॅड-इवन इतना ही कारगर था तो 2016 के बाद क्यों नहीं लगाया गया। ओड -इवन को नाटक बताते हुये श्री गोयल ने कहा कि 70 लाख दोपहिया वाहन फ्री, ओला-ऊबर फ्री, थ्री व्हिलर फ्री, महिला ड्राइवर फ्री, बस फ्री तो किस बात का ओड -इवन लगाया जा रहा है और इससे प्रदूषण को नियंत्रित करने में क्या फायदा होगा। केजरीवाल की राजनीतिक जमीन पूरी तरह खिसक चुकी है जिसे बचाने की वह आखिरी कोशिश कर रहे हैं जिसमें उन्हें दिल्ली की जनता किसी भी तरह सफल नहीं होने देगी।
इस अवसर पर मीडिया प्रमुख श्री अशोक गोयल देवराहा एवं सह-प्रमुख श्री हरिहर रघुवंशी उपस्थित थे।

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