PNB महाघोटाले पर राहुल ने सरकार को घेरा, कांग्रेस ने PM मोदी पर दागे 5 सवाल
हीरा कारोबारी नीरव मोदी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा. पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में बुधवार (14 फरवरी) को करीब 11,400 करोड़ रुपए के घोटाले का मामला सामने आया है. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक द्वारा खुद इस घोटाले का खुलासा किया गया है. यह घोटाला कथित रूप से हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने किया है. राहुल ने ट्विटर पर लिखा, ‘नीरव मोदी ने समझाया है कि भारत को कैसे लूटा जा सकता है. सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी को गले मिलो, दावोस में पीएम मोदी के साथ भी नजर आओ.” राहुल ने लिखा कि देश के 12000 करोड़ रुपए चुराओ और विजय माल्या की तरह देश से पैसे लेकर भाग जाओ.
इस मामले में अरबपति आभूषण कारोबारी नीरव मोदी(46) ने कथित रूप से बैंक की मुंबई शाखा से धोखाधड़ी वाला गारंटी पत्र (एलओयू) हासिल कर अन्य भारतीय ऋणदाताओं से विदेशी ऋण हासिल किया. पीएनबी ने इस मामले में दस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. साथ ही मामले को जांच के लिए सीबीआई के पास भेज दिया है. वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार ने कहा कि यह एक अकेला मामला है और इससे अन्य बैंकों पर असर नहीं होगा. पीएनबी ने बयान में कहा कि उसकी मुंबई की एक शाखा में कुछ धोखाधड़ी वाले अनाधिकृत लेनदेन का पता चला है. ये लेनदेन कुछ चुनिंदा खाताधारकों को लाभ पहुंचाने वाले हैं और इसमें उनकी भी सांठगाठ है. बैंक ने कहा कि इन लेनदेन के आधार पर अन्य बैंकों ने संभवत: कुछ ग्राहकों को विदेशों में ऋण दिया है. हालांकि, पीएनबी ने इन बैंकों का नाम नहीं लिया.
लेकिन समझा जाता है कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक और एक्सिस बैंक ने पीएनबी के गारंटी पत्रों के आधार पर कर्ज दिया. एलओयू वह पत्र है जिसके आधार पर एक बैंक द्वारा अन्य बैंकों को एक तरह से गारंटी पत्र उपलब्ध कराया जाता है जिसके आधार पर विदेशी शाखाएं ऋण की पेशकश करती हैं. विदेशी बैंक शाखाएं भी जांच के घेरे में हैं. इस घोटाले में कई बड़ी आभूषण कंपनियां मसलन गीतांजलि, गिन्नी और नक्षत्र भी विभिन्न जांच एजेंसियों की जांच के दायरे में आ गई हैं. पिछले सप्ताह पीएनबी ने सीबीआई के पास एफआईआर दर्ज कराई थी. इसमें कहा गया था कि 16 जनवरी को सबसे पहले 280.7 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी वाले गारंटी पत्र जारी किए गए. उस समय बैंक ने कहा था कि वह रिकॉर्डों की जांच कर रहा है जिससे पता चल सके कि घोटाला कितना बड़ा है.
अपनी शिकायत में पीएनबी ने तीन हीरा कंपनियों डायमंड्स आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टेलर डायमंड्स का नाम लिया था. शिकायत में कहा गया था कि उन्होंने 16 जनवरी को बैंक से विदेशी आपूर्तिकर्ताओं को भुगतान को खरीदार ऋण के लिए संपर्क किया था. बैंक ने एलओयू जारी करने के लिए प्रतिशत का नकद मार्जिन मांगा था जिसका इन कंपनियों ने विरोध करते हुए कहा था कि वे यह सुविधा 2010 से प्राप्त कर रही हैं. नीरव मोदी, उनकी पत्नी एमी और भाई निशाल और मेहुल चौकसी डायमंड्स आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स तथा स्टेलर डायमंड्स में भागीदार हैं.
इन कंपनियों की हांगकांग, दुबई और न्यूयॉर्क जैसे विदेशी गंतव्यों में इकाइयां हैं. जिन बैंक अधिकारियों का नाम इस मामले में आया है उनमें उप प्रबंधक गोकुलनाथ शेट्टी भी शामिल हैं, जो 31 मार्च 2010 से पीएनबी के मुंबई में विदेशी विनिमय विभाग में कार्यरत थे. कथित रूप से शेट्टी ने एक अन्य अधिकारी मनोज खारत के साथ मिलकर ये धोखाधड़ी वाले एलओयू जारी किए.
343