हिंदुओं में शौर्य जागरण करने के लिए श्री हनुमान जयंती निमित्त उत्तर भारत सहित देशभर में 218 स्थानों पर ‘गदापूजन’ संपन्न

प्रभु श्रीराम की कृपा से रामराज्य अर्थात हिन्दू राष्ट्र स्थापना को बल मिले तथा हिंदुओं में शौर्य जागरण हो, इसके लिए श्री हनुमान जयंती के निमित्त देशभर में ‘गदापूजन’ किया गया । मथुरा में हनुमान जयंती के अवसर पर यहाँ के सुप्रसिद्ध श्री कंकाली देवी मंदिर क्षेत्र के श्री हनुमान मंदिर में गदा पूजन और हिन्दू राष्ट्र के लिए सामूहिक प्रार्थना की गई । इस समय हिंदू जनजागृति समिति के पश्चिम उत्तर प्रदेश समन्वयक श्री. श्रीराम लुकतुके ने गदा पूजन किया और सभी हनुमान भक्तों के साथ हिंदू राष्ट्र के लिए प्रार्थना की । गदा पूजन के उपरांत श्रीमती क्षमा गुप्ता जी ने उपस्थित भक्तों को हिंदू राष्ट्र स्थापना हेतु प्रतिज्ञा करवाई । ग्रेटर नोएडा के पंचमुखी हनुमान मंदिर में भी गदा पूजन किया गया। जिसमें मंदिर के पंडित जी व उपस्थित भक्तों ने उत्साह पूर्वक सहभाग लिया।

गदा पूजन का प्रारम्भ शंखनाद से किया गया । उसके उपरांत सामूहिक प्रार्थना, गदा पूजन, हनुमानजी की आरती, हनुमान चालीसा और ‘श्री हनुमते नम:’ यह सामूहिक नामजप किया गया । धर्मसंस्थापना के लिए हनुमानजी के गुण कैसे आत्मसात करने चाहिए, इस संबंध में भी मार्गदर्शन किया गया । कार्यक्रम के अंत में ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए प्रतिज्ञा’ की गई ।

हिन्दू जनजागृति समिति और समवैचारिक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था । महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में 218 स्थानों पर सामूहिक ‘गदापूजन’ उत्साह में संपन्न हुआ  । गत 75 वर्षों में हिन्दुओं का शौर्य जागृत हो, ऐसे कार्यक्रम होते दिखाई नहीं देते, अपितु ‘दे दी हमे आजादी बिना खड्ग बिना ढाल…’ इस प्रकार का संदेश देकर हिन्दुओं की भावी पीढियों को भी शौर्य से वंचित किया जा रहा है । हिन्दुओं के प्रत्येक देवता का रूप देखने पर प्रत्येक देवता का एक हाथ आशीर्वाद देनेवाला तथा अन्य सभी हाथों में शस्त्र हैं । हिंदुओं को देवता के प्रत्येक रुप का पूजन करना चाहिए । उस दृष्टि से देवताओं के शस्त्रों का पूजन करने से हिन्दुओं का शौर्य जागृत होने में सहायता होगी । अन्याय अत्याचार के विरुद्ध लडने के लिए शौर्य ही आवश्यक होता है । इसलिए धार्मिक त्योहारों के समय प्रतीकात्मक ही क्यों न हो; परंतु शस्त्र पूजन होना चाहिए । हिन्दुओं में शौर्य जागरण होना चाहिए । हिन्दुओं को अपने त्योहार और उत्सवों के माध्यम से शस्त्र पूजन की परंपराएं संजोनी चाहिए, ऐसी इस कार्यक्रम के पीछे की भूमिका हिन्दू जनजागृति ने इस समय प्रस्तुत की ।

 

333

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *