अवमानना केस पर सुप्रीम कोर्ट का एतिहासिक फैसला, एक रुपये का लगाया जुर्माना !
आज ट्वीटर पर एक बड़ा ही अचंभित करने वाली तस्वीर ट्रेंड कर रही है. जिसमें प्रशांत भूषण एक रुपए का सिक्का लिए हुए है . जिसके बाद भूषण के हाथ में 1 रुपये का सिक्का रखते धवन की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। खुद प्रशांत भूषण ने भी दो तस्वीरें ट्विटर पर शेयर कीं। एक में प्रशांत भूषण की हथेली पर सिक्का रखा हुआ है और उनकी हथेली को धवन ने पकड़ रखा है जबकि दूसरी तस्वीर में भूषण सिक्के को दाएं हाथ के अंगूठे और तर्जनी ऊंगली से पकड़े दिख रहे हैं। आखिर तस्वीर का क्या अर्थ निकाला जाए?
इस सवाल का जवाब कुछ हद तक तस्वीरों के साथ ट्वीट में दर्ज भूषण के बयान से निकाला जा सकता है। उन्होंने लिखा, ‘मेरे वकील और वरिष्ठ साथी राजीव धवन ने आज अवमानना केस पर फैसला आते ही मुझे एक रुपया दिया जिसे मैंने कृतज्ञता के साथ स्वीकार कर लिया।’ अब दोनों तस्वीरों के साथ इस बयान को मिला दिया जाए तो इसका क्या मतलब निकलता है? क्या प्रशांत भूषण और अदालत की अवमानना केस (Contempt of Court Case) में उनके वकील देश की सर्वोच्च की अदालत तरफ से निर्धारित जुर्माना भरने का मन बना लिया है?
इस पर कुछ कहना तो अटकलबाजी ही होगी, लेकिन जब बयान पर गौर करें तो मामले में वकील राजीव धवन की तरफ से प्रशांत भूषण को सिक्का देने का संकेत इस रूप में मिलता है कि शायद धवन ने जुर्माने की सजा स्वीकार कर ली है। इसलिए उन्होंने प्रशांत भूषण को एक रुपये का सिक्का दिया। तो क्या प्रशांत भूषण ने भी अपने वकील की बात मान ली जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट की तरफ से बार-बार मौका दिए जाने के बाद भी गलती नहीं मानी? प्रशांत भूषण ने ट्विटर पर लिखा है कि उन्होंने भी अपने वकील और वरिष्ठ साथी के योगदान की राशि सहृदयता से स्वीकार कर ली। इसका तो मतलब यही निकलता है कि भूषण अपने वकील की मंशा का सम्मान कर रहे हैं।
वैसे हकीकत क्या है? क्या प्रशांत भूषण एक रुपये का जुर्माना भरकर तीन महीने की जेल और तीन साल तक वकालत पर पाबंदी वाले बड़े दंड के खतरे को टाल देंगे? क्या वो इस नैतिक दबाव में आ जाएंगे कि माफी मांगने पर विचार करने के मिले दो मौकों को ठुकराने के बाद वो भला अपना स्टैंड अब कैसे बदल लें? ब
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