पीएम मोदी और त्रूदो ने की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस, कई समझौतों पर किए हस्ताक्षर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के साथ बैठक के बाद कहा कि भारत की संप्रुभता और अखंडता को चुनौती देने वाले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। इसके जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने अपने समकक्ष को इशारों-इशारों में खालिस्तान पर मन की बात कह दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा, ‘बंटवारों की खाई खोदने वालों के लिए कोई जगह नहीं है।’
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारी कई मुद्दों पर सहमति बनी है। दोनों देशों को मिलकर रक्षा सहयोग को सुदृढ़ करना है। वहीं आतंकवाद पीएम ने कहा कि आतंकवाद और उग्रवाद भारत और कनाडा जैसे लोकतांत्रिक बहुलतावादी समाजों के लिए खतरा रहा है। इन ताकतों का मुकाबला करने के लिए हमारा साथ आना जरूरी है। आतंकवाद और उग्रवाद बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘आपका दौरा प्रतीक्षित था। मुझे आपके आने से खुशी है। पीएम मोदी ने कहा कि कनाडा में एक लाख 20 हजार से अधिक भारतीय छात्र उच्च शिक्षा ले रहे हैं। हमारे बीच दोनों देशों के प्रफेशनल्स की आवाजाही आसान बनाने के लिए एमओयू ऑफ हायर एजुकेशन साइन हुआ है।
कनाडा को यूरेनियम का बड़ा सप्लायर्स बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच ऊर्जा सहयोग पर भी सहमति बनी है। हम शांति स्थापना में सहयोग देने को सहमत हुए हैं। कनाडा से भारतीय समुदाय की उपलब्धियां पर हमें गर्व है, मुझे खुशी है कि पीएम उनमें से हमारे साथियों को अरने साथ लाएंगे। भारत की प्रगति औऱ विकास पर उनकी भागीदारी चाहते हैं। पीएम मोदी ने कहा, ‘कनाडा के साथ अपने स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप को आगे बढ़ाने को भारत बहुत अधिक महत्व देता है। हमारे संबंध लोकतंत्र, बाहुल्यवाद, कानून की सर्वोच्चता और आपसी संपर्क पर आधारित है।’
कनाडा के पीएम ट्रूडो ने भारत में बेहतरीन स्वागत के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, ‘बहुत से मूल्य दोनों देशों (कनाडा और भारत) की दोस्ती को बढ़ावा देते हैं।’ गौरतलब है कि भारत और कनाडा के बीच द्विपक्षीय मुलाकात के दौरान कुल 6 समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं।