देश के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सर्वसम्मति से ऐतिहासिक निर्णय : मनोज तिवारी
सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या में रामलला जन्मभूमि के पक्ष में ऐतिहासिक निर्णय दिया है। इस अभूतपूर्व व अद्वितीय निर्णय का स्वागत करते हुए भारतीय जनता पार्टी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी श्री राम जन्मभूमि मामले में देश के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सर्वसम्मति से ऐतिहासिक निर्णय दिया है। मैं दिल्ली के सभी नागरिकों से यह अपील करता हुं कि यह किसी भी धर्म व समुदाय के लिए हार या जीत का निर्णय नहीं है। इस निर्णय के बाद आप सभी लोगों को आपसी अमन भाईचारा व शांति बनाये रखना चाहिए। जिस प्रकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। हमें उसी मार्ग पर अग्रसर होते हुये देशभक्ति को प्राथमिकता देनी चाहिए। भारतीय जनता पार्टी देश की जनता का भी नमन करती है जिन्होंने एकजुट होकर देश के सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक ताने बाने को अक्षुण्ण रखा है। इससे यह स्पष्ट संदेश गया है कि संपूर्ण भारत एकजुट है एवं भारत में लोकतंत्र की जड़ें बहुत मजबूत हैं।
तिवारी ने कहा कि कोर्ट ने केंद्र सरकार से तीन महीने में एक ट्रस्ट का गठन करके एक स्कीम फोर्मुलेट करने को कहा है ताकि वहां पर भव्य राम मंदिर का निर्माण हो सके। भाजपा इस कालजयी निर्णय के लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय, सभी न्यायाधीशों एवं विशेष तौर पर मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली खंडपीठ का भी धन्यवाद करती है जिन्होंने रोजाना सुनवाई सुनिश्चित करके वर्षों से लंबित पड़े इस विषय का समाधान दिया है।
तिवारी ने कहा कि यह सूचना देते हुए मेरा रोम रोम प्रसन्न है कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने आज राम मंदिर पर फैसला दिया है। अयोध्या पर लगभग कई वर्षों से केस चल रहा था यह विवाद काफी पुराना था जिसका निर्णय आया है पूरी जमीन रामलला विराजमान को दे दी गई है। माननीय न्यायालय ने ऐसा न्याय किया कि जो पक्षकार मस्जिद का दावा करते थे उनका दावा तो खारिज किया गया, लेकिन ऐतिहासिक उदाहरण देते हुए न्यायालय ने उनको भी 5 एकड़ जमीन दी है वह भी अयोध्या में इस निर्णय का सभी को खुले दिल से स्वागत करना चाहिए। विश्व में जहां कहीं भी इस निर्णय को सुना गया सभी ने इसकी तारीफ की है, हर पक्ष कार हर सांस्कृतिक संगठन इसकी तारीफ कर रहा है। तुलसीदास जी की पंक्तियां इस निर्णय पर सटीक बैठती “जेहि के जेहि पर सत्य सनेहू। सो तेहि मिलइ न कछु संदेहू।।“